एक प्रेम कहानी मेरी भी Episode 1
एक प्रेम कहानी मेरी भी
एक प्रेम कहानी मेरी भी
Episode 1
प्यार की सारी दास्तानें हमेशा पूरी नहीं होती
कुछ अधूरी रह जाती है।
उस लड़की की याद मे , जिससे मैंने प्यार किया
लेकिन शादी नहीं कर सका
तेरे जाने का असर कुछ ऐसा हुआ मुझ पर ,
तुझे ढूंढ़ते,मै खुद खो गया। ..
... वरना,अपने भीतर छुपे लेखक से मेरी
मुलाकात नहीं हुई होती।
दिन तो किसी तरह गुजर जाते है
लेकिन रातें दर्द से भरी होती हैं
ज़ख़्म तो समय के साथ भर जाते हैं
लेकिन निशान रह जाते हैं
अपने आरामदेह बिस्तर पर पड़ा मैं
करवटें बदलता हूं और सोने की कोशिश करता हूं
लेकिन ख़याल मेरे दिमाग मे उमड़ रहे हैं
और जमा हो गए हैं
बीते हुए दिनों की चुभती हुई रौशनी मे
बिखर रहा हूं मै टुकड़े-टुकड़े
मेरे जीवन का अंधेरा अंधेरा मे ज़्यादा उजागर हो उठता है
और अब मै उन सबको आवाज़ देने की कोशिश कर रहा हूं
दिल को जुबान दे रहा हूं
पुनर्मिलन
मुझे वह तारीख अच्छी तरह याद हैं :4 मार्च ,2006 ।मैं मैं कोलकाता मे था और हैप्पी के घर
पहूँचने वाला था ।सुबह से ही बड़ी कुलबुलाहट रही थी क्योंकि मै अपने उन दोस्तों तीन साल बाद
मिलने जा रहा था जिनको एक ज़माने से गैंग ऑफ़ फ़ोर ,कहा जाता था । इंजीनियरिंग की पढाई
के बाद मनपरित ,अमरदीप ,हैप्पी और मैं पहली बार मिलने वाले थे ।
होस्टल मे पहले साल हैप्पी और मैं ए ब्लॉक भवन के चौथे माले पर अलग-अलग कमरों मे रहते थे ।
एक ही माले पर रहने के कारण हम एक दूसरे को पहचानते तो थे लेकिन कभी एक-दूसरे
से किसी तरह की बातचीत नहीं करना चाहते थे । मैं उसे अच्छा लड़का ,नहीं समझता था
क्योंकि उसे लड़ाई मोल लेने और अपनी मार्कशीट पर लाल रंग जुड़वाते जाने का शोक था लेकिन दुर्भाग्य से, सेकेंड ईयर की शुरुआत मे मैं होस्टल देर से लौटा और
तब तक सभी कमरे दूसरे छात्रों को दिए जा चुके थे । मेरे पास इसके अलावा और
कोई चारा नहीं बचा कि मैं हैप्पी का रूममेट बन जाऊ। और चूँकि जिंदगी अजीब होती है ।
चीज़े नाटकीय ढंग से बदली और हम सबसे अच्छे दोस्त बन गए । जिस दिन
हमारा पुनर्मिलन तय हुआ उस वक्त वह दो सालो से टीसीएस कंपनी मे काम
कर रहा था और कंपनी के लंदन प्रोजेक्ट पर काम करते हुए मज़े उठा रहा था
हैप्पी को 6.1 फुट की लम्बाई, भरा-पूरा शरीर और बला की सुंदरता मिली थी ।
और हैप्पी हमेशा खुश रहता था ।
मनपरीत,जिसे हम एमपी बुलाते,गोल-मटोल,गोरा-चीटटा और स्वस्थ था ।
स्वस्थ शब्द इस्तेमाल करने का कारण यह हैं कि अगर मैं उसके लिए सही
शब्द `मोटा , इस्तेमाल करूँ तो वह मुझे मर डालेगा, वह हम लोगो
मैं पहला व्यक्ति था जो होस्टल मे कंप्यूटर लेकर आया और उसकी
उस मशीन मे न जाने कितने कंप्यूटर गेम थे ।
असल मे यही कारण था कि हैप्पी और मैं उससे दोस्ती करना चाहते थे।
एमपी काफी पढ़ाकू था
। उसने स्कुल के दिनों मे गिणत
ओलम्पियर्ड जीता था और वह हमेशा उसके बारे मे डींगे
हाँका करता था । वह मोदीनगर का रहनेवाला था, लेकिन जिस
समय हम फिर से मिल रहे थे वह बंगलुरु मे ओकवेन के
साथ काम कर रहा था ।
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